देख रहा हूँ कब से इस उबले हुए खाने को मन कर रहा हैं क्यूँ मेरा ? गोल गप्पे खाने को देख रहा हूँ कब से इस उबले हुए खाने को मन कर रहा हैं क्यूँ मेरा ? गोल ...
भुलाए नहीं भूलतीं वो यादें वो पल छिन्न, कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन ! भुलाए नहीं भूलतीं वो यादें वो पल छिन्न, कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन !
कि अगर बचपन के उन गलियों में जाते हैं तो सिर्फ सन्नाटा ही पाते हैं। कि अगर बचपन के उन गलियों में जाते हैं तो सिर्फ सन्नाटा ही पाते हैं।
कैसे नाचे गाएं बोलो यार होली पर्व कैसे हम बनाएं। कैसे नाचे गाएं बोलो यार होली पर्व कैसे हम बनाएं।
घर मे खिलखिलाती मुुस्कुराहट का न होना बहुत याद आता है मुझे घर मे खिलखिलाती मुुस्कुराहट का न होना बहुत याद आता है मुझे
अपने आत्मा को परमात्मा की गोद में सुलाने आई हूँ अपने आत्मा को परमात्मा की गोद में सुलाने आई हूँ